CHENNAI RAINS “2023” UPDATE : WILL HISTORY REPEAT “2015”

CHENNAI RAINS “2023” UPDATE : WILL HISTORY REPEAT “2015”

Chennai Rains: अनुभव, प्रभाव, और आगामी विकेन्द्रित वर्षा

भारत के दक्षिणी तटीय नगर चेन्नई में विशेष तौर से इस समय वर्षा की मौसम चर्चा हो रही है। इस बारिश ने लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित किया है और विभिन्न क्षेत्रों में यातायात और स्थानीय जीवन को असमर्थ कर दिया है। इस ब्लॉग में, हम चेन्नई की बारिश के प्रभाव, लोगों के अनुभव, और आगामी मौसम की भविष्यवाणी पर चर्चा करेंगे।

बारिश के प्रभाव:

चेन्नई में हुई बारिश ने शहर को एक स्वरूप से बदल दिया है। यहां के लोगों को अपने दैनिक जीवन की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि वाहनों की बाधा, स्कूलों और कॉलेजों की बंद होना, और यात्रा में देरी। विभिन्न स्थानों पर जलभराव के कारण स्थानीय लोगों को अपने घरों से बाहर जाने में मुश्किलें हो रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, इस बारिश का चेन्नई में 3 दिसंबर तक जारी रहने का अनुमान है, जिससे लोगों को तैयार रहना होगा।

शिक्षा क्षेत्र में प्रभाव:

बारिश ने शिक्षा क्षेत्र में भी अपना प्रभाव दिखाया है, विशेषकर स्कूलों और कॉलेजों में। चेन्नई में गुरुवार को स्कूल बंद रहेंगे और इसके पड़ोसी जिलों में भी कुछ स्थानों पर छुट्टी की घोषणा की गई है। यह छुट्टियों के दौरान छात्रों को अपने अध्ययन को बंद करना पड़ रहा है, जिससे उनकी शिक्षा पर भी असर पड़ रहा है।

यातायात की बाधा:

बारिश के कारण चेन्नई में यातायात को भी बड़ा प्रभाव हुआ है। जलभराव के कारण कई स्थानों पर सड़कों पर पानी जमा हो गया है, जिससे वाहनों को सही से चलाने में मुश्किल हो रही है। गेंगुरेड्डी सबवे, पेरंबूर हाई रोड सबवे, नुगंबक्कम सबवे जैसे स्थानों पर जलभराव हो गया है, जिससे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।

मौसम की भविष्यवाणी:

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों के लिए 2 और 3 दिसंबर को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने अगले कुछ दिनों में, खासकर 2 से 4 दिसंबर तक और अधिक तीव्र बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा, आईएमडी ने एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र का भी उल्लेख किया है जो दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना है, जिसमें एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की उम्मीद है।

जल संवर्धन:

चेम्बरमबक्कम झील की स्थिति की चर्चा करते हुए, जिसमें बढ़ता पानी एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर रहा है। जहां झील की जल क्षमता में से वर्तमान में 22.29 फुट पानी है, वहीं जल क्षमता 3.645 टीएमसी है और वर्तमान में इसमें 3.195 टीएमसी का जल भंडार है। इस स्थिति के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय अधिकारियों ने उचित

स्थानीय प्रशासन की कदम:

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन (जीसीसी) ने अपने अधिकारियों को सक्रिय रूप से बारिश का प्रबंधन करने के लिए जमीन पर रखा है और निवासियों को घर में रहने की सलाह दी है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अधिकारियों, मंत्रियों, विधायकों, और स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों को बारिश प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।

समापन:

चेन्नई में हुई बारिश ने हमें एक बार फिर से यह दिखाया है कि हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से प्रबंधन करने की जरूरत है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम जल संवर्धन के प्रति सजग रहें, सुरक्षित जल संचारण की योजना बनाएं और बारिशी सीजन के दौरान सुरक्षित रहें। हम चाहें तो इस बारिश को एक सकारात्मक मुद्दा बन  सकते हैं और आने वाले समय में इससे निपटने के लिए तैयार रह सकते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Top Bussiness Idea in lakshadweep 10 Best Dog Food Brand 10 Best Place of India to Visit in Winters 10 Best Honeymoon Destinations panchayat season 3 comingsoon Upcoming Car in INDIA 10 Best Place in the USA : 2023 Pankaj Tripathi : 10 Intresting Facts 10 Benefits of Almonds : Badam Khane ke 10 Fayde 10 Best Chicken Recipes